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मदन मोहन
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मानना है कि देशप्रेम और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी ही असली देशभक्ति होती है। केजरीवाल बृहस्पतिवार को देशभक्ति पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए गठित कमेटी की बैठक में बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वे देशभक्ति पर लोगों राय लेने के लिए सभी निजी और सरकारी स्कूल के बच्चों के अभिभावकों को पत्र लिखने जा रहे हैं।
इससे पहले कमेटी ने पाठ्यक्रम तैयार करने से पहले बच्चों से सुझाव मांगे थे। इसकी जानकारी कमेटी ने मुख्यमंत्री को दी, जिसे उन्होंने उत्साहवर्धक बताया। साथ ही कहा कि इस बारे में आम लोगों से भी राय ली जाए। इसके अलावा उन्होंने खुद भी अभिभावकों को पत्र लिखने की बात कही। केजरीवाल ने कहा कि केवल भारत- पाक मैच में ही देशभक्ति नहीं होती। इसके अलावा कई चीजें हैं। उन्होंने बताया कि उनकी नजर में टैक्स चोरी नहीं करना, रिश्वत न लेना भी देशभक्ति है।
कमेटी ने मुख्यमंत्री को बताया कि एक से 12वीं कक्षा के मौजूदा पाठ्यक्रम में ऐसे चैप्टर की सूची बनाई जा रही हैं, जिससे देशभक्ति को बढ़ावा मिल रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें उन बातों को शामिल किया जाए, जिससे आने वाली पीढ़ियों में बेहतर सिविक सेंस विकसित हो सके। लोगों का व्यवहार ऐसा होना चाहिए, जो देश को आगे ले जाए। तभी देश का विकास होगा। कमेटी ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिया कि वह इसी हिसाब से पाठ्यक्रम तैयार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर एलान किया था कि विद्यार्थियों के मन में देशप्रेम पैदा करने के लिए अगले साल सरकारी स्कूलों में ’देशभक्ति’ का नया पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। बाद में पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए मोती बाग स्कूल की प्राचार्य रेणु भाटिया की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन किया था।